Getting My kismat ka upay To Work
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२. प्रत्येक सोमवार को कन्या सुबह नहा-धोकर शिवलिंग पर “ऊं सोमेश्वराय नमः” का जाप करते हुए दूध मिले जल को चढाये और वहीं मंदिर में बैठ कर रूद्राक्ष की माला से इसी मंत्र का एक माला जप करे !
हर मंगलवार को हनुमान जी के चरणों में बदाना (मीठी बूंदी) चढा कर उसी प्रशाद को मंदिर के बाहर गरीबों में बांट दें !
सपने में पति पत्नी को प्यार करते हुए देखना
प्रकृति के सबसे बड़े देवता के रूप में सूर्य ही हैं ऐसे में अपनी किस्मत चमकाने के लिए सूर्य देवता की आराधना करनी चाहिए और प्रतिदिन स्नान आदि करके सूर्य देवता को जल अर्पित करें इससे आपकी किस्मत चमकेगी
दक्षिण-पश्चिम में ऊंचे पेड़ : घर में समृद्धि के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा में ऊंचे पेड़ लगाए जाना चाहिए। ये वृक्ष अर्थ की स्थिरता पैदा करते हैं। किसी भी तरह के दुर्भाग्य को टालते हैं और परिवार पर आने वाले संकट को भी दूर करते हैं। ये पारिवारिक संपन्नता और व्यापार में लाभ के लिए उपयोगी वास्तु उपाय है।
श्रवण नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति का भविष्यफल
अनाज के यह चार उपाय आपको अचरज में डाल देंगे...
लोग लोग अपने कर्म से ज्यादा भाग्य पर भरोसा करते हैं। हाथों में भाग्य रेखाएं होती हैं, उसी तरह कुंडली में नौवां स्थान भाग्य का माना गया है। हालांकि कर्म और भाग्य दोनों ही एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। more info कर्म के सिद्धांत को समझे बगैर आप भाग्य को नहीं समझ सकते हैं। यदि किसी से यह कहा जाए कि भाग्य जैसा कुछ नहीं होता तो वह ऐसे कई उदाहरण बता देगा जिसमें भाग्य का रोल रहा है, जैसे किसी की लॉटरी खुल जाना, अचानक किसी का मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बन जाना, आसमान से गिरने के बाद में भी सही-सलामत बच जाना आदि। खैर...
नंगे पैर धर्म स्थान में जाएं। यदि प्याऊ लगायें लोगो के लिए पीने के पानी का प्रबंध करें तो बहुत उत्तम है।
। मंत्र जाप करते समय मुमकिन हो तो हरे कपड़ों का प्रयोग करें और हर बुधवार को हरे पहनें।
आज अपने इस ब्लॉग में आचार्य कमल शर्मा बता रहे हैं कि कुंडली में बुध ग्रह मज़बूत हो तो व्यक्ति को क्या परिणाम मिलते हैं, यदि यह ग्रह अशुभ स्थिति या दुर्बल अवस्था में हो तो क्या कुछ नुक्सान उठाने पड़ते हैं, बुध ग्रह को मज़बूत करना क्यों ज़रूरी होता है, और इसे मज़बूत करने के लिए क्या कुछ उपाय किये जा सकते हैं इसकी भी जानकारी आपको इस ब्लॉग में प्रदान की जा रही है।
दक्षिणमुखी भवन का वास्तु
लाल किताब के अनुसार गुरु यदि छठे, सातवें, आठवें और दसवें घर में है तो वह अशुभ फल देगा। अत: कम से कम इस भाग में बैठे गुरु के उपाय तो करना ही चाहिए। दूसरा यह कि यदि गुरु नवम भाव में बैठे हैं तो सावधानी रखना जरूरी होती है अन्यथा व्यक्ति अपने जागे हुए भाग्य को अपने कर्मों से सुला देता है। तो करें ये उपाय।
थाइराइड क्या होता है